PAWAN -पवन ( Wind , Air )
पवन किसे कहते हैं ?
Pawan kise kahte hain
Pawan पवन
पृथ्वी में वायुदाब की विषमताओं के कारण हवा उच्च वायुदाब से निम्न वायुदाब की ओर बहती है ,इस प्रकार हवा के क्षेतिज रूप से बहने को ही पवन कहा जाता है
Note : वायुदाब क्या है? What is air pressure ?
- वायुदाब किसी क्षेत्र विशेष पर किसी एक समयावधि में हवा के दबाव को कहते हैं।
- पवन के दबाव को बैरोमीटर से मापा जाता है।
यदि यही हवा ऊर्ध्वाधर दिशा ( पृथ्वी के धरातल से ऊपर की ओर ) में गति शील है, तो हवा को वायुधारा ( Wind Current) कहते हैं
पवन की दिशा व गति में निम्न कारकों का प्रभाव पड़ता है
ये कारक है
1 – दाब प्रवणता ( Pressure gradient )-
पृथ्वी पर विभिन्न स्थानों पर दाब के अंतर को दाब प्रवणता कहा जाता है
2 – कोरिओलिस बल (Coriolis force)-
पृथ्वी के घूर्णन के कारण पवनें अपनी दिशा से विक्षेपित हो जाती है , इसे ही कोरिओलिस बल कहते हैं।
इस बल का नाम फ्रांसीसी वैज्ञानिक के नाम पर ही पड़ा है जिन्होंने इस बल के प्रभाव का वर्णन 1935 में किया था।
इस बल के प्रभाव से उत्तरी गोलार्ध ( northern hemisphere ) में पवनें दायीं और तथा दक्षिणी गोलार्ध (southern hemisphere) में पवनें बाई और मुड़ जाती हैं।
विक्षेप ( deflection ) को फेरेल नामक वैज्ञानिक ने सिद्ध किया था इसलिए इसे फेरेल का नियम ( Pharrell’s law )भी कहते हैं।
इन दो प्रमुख कारकों के अलावा अभिकेंद्रिय त्वरण और भूमि का घर्षण ( friction ) भी पवनों की गति व दिशा में प्रभाव डालते हैं।
पवनों के प्रकार : Pawano ke prakar –
Types of wind
मुख्यतः पवने तीन प्रकार की होती हैं
1 –प्रचलित पवने ( Prevailing Wind )
2 -मौसमी पवने ( Seasonal Wind )
3- स्थानीय पवने ( Local Wind )
1 प्रचलित पवन : Prachalit Pawan,
Prevailing Wind
पृथ्वी पर वर्ष भर एक ही दिशा में चलने वाली पवन को प्रचलित पवने या स्थाई पवन कहा जाता है |
इनके उदाहरण है :
- पछुआ पवन (Western Winds).
- व्यापारिक पवन (Trade Wind ),
- ध्रुवीय पवन ( Polar wind )
a) – पछुआ पवन :Pachuwa Pawan,
Western Winds
उतरी व दक्षिणी गोलार्ध ( northern and southern hemispheres ) में जो पवने मुख्यतः 40 से 65 डिग्री अक्षांश ( latitude ) के मध्य पश्चिम दिशा से पूर्व दिशा की और तेजी से चलती है पछुआ पवन कहलाती हैं
ये पवनें वर्ष भर उपरोक्त अक्षांशों में पश्चिम दिशा से पूर्व की और चलती हैं इसलिए इनको पछुआ पवनें ( Western Winds ) नाम दिया गया है।
- पछुआ पवनेँ जब 40 डिग्री के अक्षांश पर बहती हैं तो इनको गरजता चालीसा।
- जब 50 डिग्री के अक्षांश पर बहती हैं तो इनको प्रचंड पचासा।
- जब 60 डिग्री के अक्षांश पर बहती हैं तो इनको चीखता साठा के नाम से जाना जाता है।
b) व्यापारिक पवन : Vyaparik pawan,
Trade Wind
उत्तरी को दक्षिणी गोलार्ध में 30 डिग्री उत्तरी और दक्षिणी अक्षांश क्षेत्रों में प्रवाहित होने वाली पवन को व्यापारिक पवन ( Trade Wind ) कहा जाता है
कोरिओलिस बल ( Coriolis force ) के प्रभाव से व्यापारिक पवने उत्तरी गोलार्ध में अपनी दाएं और तथा दक्षिणी गोलार्ध में अपनी बाई और विक्षेपित हो जाती हैं
c) ध्रुवीय पवन : Dhruviy pawan,
Polar wind
ध्रुवीय उच्च वायुदाब पेटी ( high-pressure belt ) से निम्न वायुदाब पेटी ( low-pressure belt ) की ओर प्रवाहित होने पवन ध्रुवीय पवन कहलाती हैं
उत्तरी गोलार्ध में इन पवनों की दिशा उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम की ओर होती है तथा दक्षिणी गोलार्ध में दक्षिण पूर्व से उत्तर पश्चिम की ओर होती हैं
2 – मौसमी पवन : Mausami pawan,
Seasonal wind
मौसम या समय के परिवर्तन के साथ-साथ जिन पवनों की दिशा में भी परिवर्तन होता है उन्हें मौसमी पवन कहते हैं।
ये पवनें मौसम के साथ ही आती है और मौसम के साथ ही समाप्त हो जाती है ,जैसे – मानसूनी पवन, समुद्री समीर, स्थलीय समीर।
मानसूनी पवन
Monsoon wind
मानसूनी पवन मुख्य रूप से हिन्द महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं।
ये पवनें भारतीय उपमहद्वीप में मुख्य रूप से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं।
ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, चार महीने सक्रिय रहती है।
Note : अंग्रेज़ी शब्द मॉनसून पुर्तगाली शब्द (मॉन्सैओ) से निकला है, जो मूल रूप से अरबी शब्द मॉवसिम से आया है।
समुद्रीय समीर : samudri sameer,
Sea Breeze
समुद्रीय इलाकों में दिन के समय स्थलीय क्षेत्र समुद्रीय सतह से अधिक गर्म हो जाते है जिस वजह से स्थलीय क्षेत्र में हवा उठकर ऊपर की और चली जाती है।
जिससे एक निम्न वायुदाब का क्षेत्र स्थल भाग में उत्प्न्न हो जाता है अतः समुद्र से हवाएं स्थल की और चलने लगती हैं जिसे समुद्रीय समीर कहते है
स्थलीय समीर : sthaliy sameer,
Land Breeze –
समुद्रीय समीर के विपरीत रात्रि के समय समुद्रीय सतह पर वायुदाब स्थल से कम हो जाता है, अतः हवाएं स्थल से समुद्र की और बहने लगती है जिसे स्थलीय समीर कहते हैं
3 – स्थानीय पवन : sthaniy pawan,
Local winds
किसी स्थान विशेष में चलने वाली पवनों को स्थानीय पवन कहा जाता है
इन पवनों पर उस स्थान विशेष के परिस्थिति और जलवायु का प्रभाव होता है।
स्थानीय पवनों के प्रकार
Types of Local Winds
चिनूक Chinook –
संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में रॉकी पर्वत श्रेणी के पूर्वी ढाल पर बहने वाली गर्म व शुष्क स्थानीय पवन है।
गर्म पवन होने के कारण यह पवन रॉकी पर्वत की पूरी ढाल की बर्फ को पिघलाकर पशुपालकों के लिए आदर्श स्थिति का निर्माण करती है।
हरमट्टन Hramattan –
यह पवन सहारा रेगिस्तान से उत्तर – पूरब दिशा में बहने वाली गर्म व् शुष्क पवन है।
यह पवन सहारा रेगिस्तान से गिनी तट की और बहती है, गिनी तट पर इस पवन को डॉक्टर विंड बोला जाता है।
फॉन Fawn-
यह पवन आल्प्स पर्वत की उत्तरी ढाल में बहने वाली गर्म व शुष्क पवन है।
इस पवन का सर्वाधिक प्रभाव स्विट्ज़रलैंड में देखने को मिलता है।
इसके प्रभाव से आल्प्स पर्वत की बर्फ पिघल जाती है जिससे पशुपालको के लिए आदर्श स्थिति का निर्माण होता है
सिमूम Simum-
सिमूम अरब रेगिस्तान में बहने वाली गर्म व शुष्क हवा है
सिराको Siraco-
सिराको सहारा मरूस्थल से भूमध्य सागर की ओर बहने वाली गर्म हवा है
इस पवन के कई अन्य नाम भी है –
खमसिन Khamasin (मिश्र ), गिबिली Ghibil (लीबिया ) ,चिली Chile (ट्यूनिसिआ ) ,लेस्ट Lest ( मैड्रिया ) सिरॉको Sirocco(इटली ), लेबेक Lebec (स्पेन )
ब्लैक रोलर Black Roller –
यह उत्तरी अमेरिका के विशाल मैदान में दक्षिणी पश्चिमी या उत्तरी पश्चिमी क्षेत्र में बहने वाली धूल भरी आंधी है
शामल Shamal –
शामल ईराक तथा फारस की खाड़ी में चलने वाली गर्म व शुष्क हवा है
सांता आना Santa Ana –
सांता आना दक्षिणी कैलिफोर्निया में सांता आना घाटी चलने वाली गर्म और धुल भरी आंधी है
नार्वेस्टर –
यह न्यूज़ीलैंड में बहने वाली गर्म व शुष्क है
ब्रिक फील्डर Brick fielder –
ऑस्ट्रेलिया के विक्टोरिया प्रान्त में बहने वाली गर्म और शुष्क हवा है
अन्य गर्म स्थानीय पवनें
- लू – उत्तर भारत, पाकिस्तान
- नारवेस्टर – न्यूजीलैंड (इसी प्रकार की पवन भारत व बांग्लादेश में भी चलती है। यहां इसे काल बैसाखी भी कहते है।)
- यामो- जापान
- ट्रैमोण्टेन – मध्य यूरोप
- जोण्डा – अर्जेन्टीना
- हबूब – दक्षिणी सहारा
- लेस्ट – मडीरा व कैनरी द्वीप
- शामल – फारस की खाड़ी
- गिबली – लीबिया
Other hot local winds
- Lu – North India, Pakistan
- Narwester – New Zealand (Similar wind also blows in India and Bangladesh. Here it is also called Kaal Baisakhi.)
- Yamo-Japan
- Tramontane – Central Europe
- Jonda – Argentina
- Habub – Southern Sahara
- Lest – Madeira and Canary Islands
- Shamal – Persian Gulf
- Ghibli – Libya
ठंडी स्थानीय पवन
- पुर्गा – रूसी टुंड्रा
- बाइस – फ्रांस की एक अति ठंडी हवा
- लेवेंटर – दक्षिणी स्पेन एवं मोरक्को
- पैम्पेरो – दक्षिणी अमेरिका का पम्पाज क्षेत्र
- बुरान – साइबेरिया की अत्यंत सर्द हवा
- मिस्ट्रल – स्पेन व फ्रांस
- ब्लिजर्ड – उत्तरी तथा दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र
- फ्रायगेम – अमेजन घाटी
- माएस्ट्रो – एड्रियाटिक सागर के उत्तर में
- खाजरी – अजरबैजान
- कोसावा –सर्बिया
Cold local wind
- Purga – Russian Tundra
- Bias – a very cold air of France
- Levanter – Southern Spain and Morocco
- Pampero – Pampaz Region of South America
- Buran – the coldest air of Siberia
- Mistral – Spain and France
- Blizzard – Northern and Southern Polar Regions
- Frigame – Amazon Valley
- Maestro – north of the Adriatic Sea
- Khajri – Azerbaijan
- Kosawa-Serbia